दधिमथ्यै नमः
सावधान सावधान
गोठ मांगलोद मे दाधीच दाहिमा ब्राह्मणों की कुलदेवी अथर्व ऋषि की पुत्री, त्यागमूर्ति महर्षि दधीचि की बहन ,रुद्रावतार ऋषि पिप्पलाद की बुआ
नारायणी अवतार, विकट विडारिणि ,मां दधिमथी साक्षात विराजमान है,मां की प्राकट्य तिथि माघ शुक्ल अष्टमी है, मां का भवन हजारों वर्ष पूर्व का है,देवी के शक्ति पीठों मे एक कपालपीठ नाम से विख्यात है,पौराणिक कथानुसार भगवान श्रीराम के पूर्वज महाराज मांधाता ने यहां एक विशाल यज्ञ महर्षि दधीचि के बारह पौत्रों द्वारा करवाया था,उस विशाल यज्ञकुंड को कपालकुंड ही कहा जाता है जो मंदिर की पीठ की तरफ गोलाकार पक्का पत्थरों से बना है, मंदिर श्रीयंत्र बनावट का पत्थरों के स्तंभों पर अवस्थित है, उन स्तंभों मे एक स्तंभ गर्भगृह के पास आंगन से उपर लटका हुआ है जो अधरस्तंभ के नाम से विख्यात है,यह अपने आप मे अद्भुत अद्वितीय और चमत्कारिक है,जन जन की आस्था के प्रतीक इस स्तंभ के बारे मे कहा जाता है कि जैसे जैसे कलियुग की उम्र बढेगी यह धरातल पर टिकता जायेगा, जो भी हो भगवति दधिमथी माताजी के दर्शनार्थ आये लोगों की मनोवांछा पूर्ण करती है,उन्हें सबल समृद्ध सुरक्षित स्वस्थ यशस्वी करती है,
दो प्रकट और दो गुप्त नवरात्रों मे भक्तगण माता के दरबार मे अपने अपने सवाल अपनी व्यथायें सुख दुख की बात मां दधिमथी को सुनाने देश विदेश से यहां सपरिवार पंहुचते है, साधक लोग इस पावन सिद्ध क्षेत्र मे साधना के लिए आते हैं, गृहस्थ जात झङूलों के लिए सपरिवार आते हैं।
भगवती दधिमती के दर्शन हेतू आनेवाले भक्तों के आवास, भोजन व्यवस्था प्रन्यास के द्वारा हमेशा उपलब्ध रहती है साथ ही
नवरात्रों मे यहां आकर नौ दिन रहनेवाले भक्तों को कमरे, औढने बिछाने,पानी,बिजली, सुरक्षा ,भोजन, फलाहार की सारी व्यवस्था भक्तों की सुविधा आवश्यकतानुसार महर्षि दधीचि वंशज दाहिमा दाधीच ब्राह्मणों की संस्थायें अखिल भारतीय दाहिमा ब्राह्मण महासभा और दाहिमा ब्राह्मणों का एक प्रन्यास करता है, इसके लिए धनसंग्रह दाधीच ब्राह्मणों के सहयोग के द्वारा ही होता है,
मंदिर, परिसर, धर्मशाला,सुलभ काम्प्लेक्स, कपालकुंड के रखरखाव बिजली पानी मरम्मत रंगरोगन आदि का खर्च अ भा दा ब्रा महासभा एवं दधिमती माताजी मन्दिर प्रन्यास ही
उठाति है,जो समय समय पर दाधीच दाहिमा समाज से एकत्रित किया जाता है,पूरे मंदिर और मंदिर परिसर के साल भर के बिजली पानी मरम्मत के बिल भी अ भा दा ब्राह्मण महासभा द्वारा या प्रन्यास द्वारा चुकाये जाते हैं,अन्य किसी सरकारी गैरसरकारी संस्था अथवा किसी व्यक्ति समाज परिवार द्वारा कोई खर्च कभी नहीं उठाया जाता है,दीर्घकाल से सारे खर्च महासभा या प्रन्यास द्वारा ही समाज से एकत्रित धन से बिलों के भुगतान किये जाते रहे हैं, किये जारहे हैं एवं भविष्य मे भी किये जायेंगे
दाधीच दाहिमा समाज के अतिरिक्त किसी समुदाय समाज संस्थान आदि का आर्थिक योगदान कभी भी नहीं आया है।
गुमराह करने वालो से सावधान रहे।
भवदीय
राधेश्याम दाधीच
कार्यकारी अध्यक्ष
महासभा
9831240957